दूसरी बार हार्टअटैक कैसे रोकें ?

Heart attack / heart blockage

  💓 जब किसी को पहली बार हार्ट  अटैक होता है। तो कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और जब यह प्रॉब्लम सेकंड टाइम या थर्ड टाइम बार हो जाए तो व्यक्ति का बचना बहुत मुश्किल हो जाता है। अब ऐसे में अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें। इस प्रॉब्लम का सलूशन आपके घर में ही है और अपना ट्रीटमेंट अपने घर से ही कर सकते हैं। इससे कोई भी नुकसान नहीं होगा बल्कि आपको सौ गुना फायदा मिलेगा। ऐसी गंभीर और बड़ी बीमारी को आप अपनी कुछ सूझबूझ से दूर कर सकते हैं । अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके पास यह बीमारी बिल्कुल भी नहीं रहेगी और आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे इसमें आपको कोई दवाइयां नहीं खानी है। जिससे आपको कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा । जब ऐसी गंभीर बीमारियों के लिए आप तरह-तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं तो एक बीमारी ठीक होने के बाद दूसरी बीमारी का जन्म होना निश्चित है।
                     शरीर के अंदर इस तरीके से करें आप अपने हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक को गुड बाय।



  💓  स्वस्थ और साफ दिल के लिए :

  💓  हार्ट अटैक और  हार्ट ब्लॉकेज को कैसे रोकें

   💓 घी और तेल


    💓  जिसको एक बार हार्ट अटैक हो जाए तो अक्सर यह सलाह दी जाती है कि घी , तेल ही खाना बंद कर दें। लेकिन यह सच नहीं है। घी खाने से या तेल खाने से ना तो कभी हार्ट अटैक होता है और ना ही इसको बंद करके रोका जा सकता है। अगर आप ये सोचते हैं कि मैं घी और तेल खाना बंद कर दूं तो उससे हार्ट अटैक दोबारा नहीं होगा तो यह सोचना गलत है। इसके लिए क्या करना है अपने घर की किचन से अपने देसी घी और तेल को बाय-बाय नहीं बोलना बल्कि डालडा और रिफाइंड को अगर आप हमेशा के लिए गुड बाय बोल देते हैं तो आपको  हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

                  



  💓  सेंधा नमक और काला नमक :

    💓    नमक के बारे में अक्सर अलग अलग तरीके की भ्रांतियां फैला रखी है। अगर आपको कोई भी समस्या है। तो नमक पहले बंद करने के लिए बोला जाता हैं । लेकिन कोई यह नहीं बताता नमक कौन सा बाला प्रॉब्लम करता है। बस नमक बंद करने की सलाह दी जाती है। चलिए हम बता देते हैं मानव शरीर के लिए कौन सा नमक प्रॉब्लम करता है। इसमें समुद्री नमक जो समुद्र से प्राप्त होता है। वह नमक हमेशा मानव शरीर के लिए लाभ नहीं, हानि पहुंचाता है। उसका ज्यादा सेवन करने से सिर्फ प्रॉब्लम ही होती है। अब कभी इस नमक को लाइट बना दिया गया तो कभी उसमें आयोडीन युक्त कर दिया गया और ना जाने क्या-क्या नई नई तरीके से नमक बेचने  के लिए इसमें ऐड कर दिया गया। हम सब बहुत खुश होकर इस नमक को अपने घर लेकर आते हैं। लेकिन क्या पता है इस नमक से परेशानियां घटती नहीं बल्कि बढ़ती हैं। चाहे इसमें कोई भी चीज ऐड कर दी जाए। तो अपने किचन से इस नमक को हटा कर सेंधा नमक और काले नमक का इस्तेमाल करें सेंधा नमक और काला नमक परेशानियां नहीं देता बल्कि हेल्थ पर पूरा काबू करके रखता है और इससे हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज जैसी समस्या भी दूर रहती है। इस नमक को खाने से कभी भी कोई समस्या नहीं बढ़ती बल्कि इसके बहुत सारे फायदे हैं। सेंधा नमक के फायदे आपको अगले ब्लॉग में पढ़ने को मिलेगा।

  💓  छिलके वाली दाल :

   💓   जब दाल की कोई भी रेसिपी बनाई जाती है तो अक्सर उसका छिलका उतार दिया जाता है क्या पता है उस छिलके में कितनी ताकत होती है। लेकिन अक्सर उसका छिलका फेंक कर हम अपनी सेहत को फेंक रहे होते हैं। यही सच है। पता है क्यों क्योंकि दाल के छिलके में दाल से भी ज्यादा प्रोटीन और फाइबर होता है। जो सेहत के लिए बहुत अच्छा है। फाइबर शरीर को अंदर से साफ करता है जैसे ब्रशिंग करना। जो छिलके वाली दाल का सेवन करता है उसको ऐसी गंभीर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ता।चाहे आप दाल खाऐ या दाल के पेस्ट की बनी हुई रेसिपी खाएं तो  उसे भी आप छिलके के साथ में लेने की कोशिश करें यही आपकी हार्ट प्रॉब्लम हार्ट ब्लॉकेज की दवा है। दाल कोई सी भी हो बिना छिलके की ना खाएं अपने जीवन में दोबारा हार्ट प्रॉब्लम को रोकने के लिए  इसका सेवन करना शुरू कर दें और दाल को हमेशा बिना पॉलिश वाली खाने की कोशिश करें।  छिलके वाली दाल की रेसिपी देखने के लिए मेरे फूड कॉलम पर क्लिक करें।

  💓  सब्जी : 

   💓   सब्जियां अक्सर बनाते समय क्या करते हैं सब्जियों का छिलका उतारा और फेंक दिया । उसके बाद सब्जियों का इस्तेमाल करना शुरू कर तें हैं। बस यही मानव की सबसे बड़ी भूल है। पता है क्यों। क्योंकि सब्जियों का छिलका जो आपने डस्टबिन में फेंक दिया उसको बेस्ट समझ कर असल में वो ही सबसे बड़ी सेहत के लिए अच्छी थी। क्योंकि जितनी एनर्जी जितने पोषक तत्व आपको उसके छिलके से मिलता वह आपको खिलते उतारी हुई सब्जियों से नहीं मिलेगा। इसलिए सब्जियों को छिलके के साथ ही बनाने की कोशिश करें। लेकिन अगर आप उसका छिलका डस्टबिन में फेंक रहे हैं तो आप अपनी सेहत फेंक रहे हैं। अगर छिलके के साथ सब्जियां बनाई जाए तो हार्ट ब्लॉकेज कभी नहीं होगा और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या आपकी घटती चली जाएगी। छिलके सहित वाली सब्जी कोलेस्ट्रॉल वाले रोगी के लिए तो अमृत के समान है ही बल्कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है और उसको कोई भी प्रॉब्लम नहीं है। वह भी इसका सेवन कर सकता है और उसको लाइफ में ऐसी गंभीर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। छिलके सहित सब्जी कैसे बनाएं यह मेरे फूड कॉलम पर देख सकते हैं।  

  💓  चावल :

  💓    वाइट राइस  और ब्राउन राइस में क्या फर्क है। जब किसी व्यक्ति को हार्ट की प्रॉब्लम हो जाती है तो उस व्यक्ति को ब्राउन 🍚   राइस खाने की सलाह दी जाती है। अब इसमें फर्क  क्या है। ब्राउन राइस फाइबर से भरपूर होता है इसीलिए हृदय केे रोगी खानेे की सलाह दी जाती है। चावल को  हमेशा बिना पॉलिश वाला खाना चाहिए । पोलीस वाला चावल सेहत केेे लिए अच्छा नहीं रहता । तो हृदय केे रोगी दो बातों का ध्यान रखना चाहिए। एक तो ब्राउन राइस का सेवन करें दूसरा बिना पॉलिश वाले  चावल खाएं। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए तो हृदय के रोगी को फायदा मिलता है। 

   💓  रोटी :

     💓 मार्केट में तरह-तरह का आटा मिलता है बस इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आटा मोटा होना चाहिए। रोटी बनाने के लिए सिर्फ गेहूं के आटे का इस्तेमाल ना करें अगर किसी को हार्ट की प्रॉब्लम है तो। अगर गेहूं के आटे के साथ थोड़ा सा चना थोड़ा सा सोयाबीन थोड़ा सा ज्वार का आटा, गेहूँ  के आटे में मिक्स कर दिया जाए तो हृदय रोगी  के लिए बहुत अच्छा रहता है। साथ में मक्के की रोटी और बाजरे की रोटी का सेवन भी करते रहे इससे हार्ट ब्लॉकेज भी खुलती है और ह्रदय रोगी के सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है। हृदय के रोगी अगर डायबिटीज के रोगी भी हैं तो उनको मक्के का सेवन नहीं करना है। 

 💓  कुछ कदम :

   💓  सुबह और शाम कुछ कदम जरूर चले क्योंकि हृदय के रोगी को बहुत जरूरी होता है कुछ कदम चलना। और दोपहर के खाने के बाद वज्रासन और कुछ देर आराम जरूर करें इससे हृदय के रोगी को फायदा मिलता है खाना अच्छे से डाइजेस्ट होता है जो बहुत जरूरी है।

  💓 विशेष सलाह :

    💓  हृदय के रोगी अगर इन सब चीजों का पालन करते हैं तो वे अपना अच्छा और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। संयमित भोजन संयमित जीवनशैली आपके स्वास्थ्य का आधार स्तंभ है। आपका जीवन अनमोल है इसका ध्यान रखें ।














 
















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