प्रेगनेंसी के बाद ब्रेस्ट में होने वाली समस्या

प्रेगनेंसी के बाद ब्रेस्ट में होने वाली समस्या             

                   Pregnancy के बाद अक्सर कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अक्सर महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट्स  को लेकर डॉक्टर से भी डिस्कस ( discuss ) नहीं करतीं,  जिसके कारण कई गंभीर समस्याएं जन्म ले लेतीं हैं। उनमें से है एक ब्रेस्ट की समस्या जो महिलाओं मैं अक्सर देखने को मिल रही है। इसकी तादाद बढ़ती जा रही है। अगर इसके बारे में शुरू से ही अपने डॉक्टर से discuss किया जाए तो यह समस्या बड़ी नहीं होगी। लेकिन महिलाएं अक्सर इस बात को छिपा लेती हैं। 20% हीं महिलाएं अपने डॉक्टर से discuss करती हैं । 80% महिलाएं इस बात को छिपा लेती हैं जिसके कारण समस्याएं बढ़ने और लगी हैं।

Breast swelling -

              यदि प्रेगनेंसी के बाद breast  swelling हो गई हो तो goat  milk को अपने ब्रेस्ट पर सीधे धार बनाकर डालने से breast swelling काफी हद तक कम हो जाती है ।  कचनार छाल ( Kachnar bark ) और goat  milk का पेस्ट बनाकर गुनगुना ( lukewarm ) करके ब्रेस्ट के सूजन वाली जगह पर लगाने से सूजन खत्म हो जाती है और breastfeeding कराने में भी कोई परेशानी नहीं आती।

   

ब्रेस्ट का फटना - 

            ब्रेस्ट फटने के नाम से अक्सर लोग यह समझते हैं कि ब्रेस्ट के टुकड़े-टुकड़े हो जाना पर यह सच नहीं है। सही मायने में जाना जाए तो जैसे lips फटते हैं। उसी तरह से ब्रेस्ट के आस पास का एरिया फट जाता है जिसके कारण प्रेगनेंसी के बाद ब्रेस्ट फीडिंग कराने में प्रॉब्लम होती है। breast  का  number - 1 भाग फटता है और number - 2 भाग कम फटता है। जिसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन जब यह परेशानी किसी डॉक्टर को नहीं दिखाई जाती तब यह बड़ा रूप ले लेती है जिसके कारण breast से ब्लड तक आने लगता है। जैसे हौठ या एड़ियां फटने जैसा हाल हो जाता है। जिसके कारण हल्का हल्का ब्लड आने लगता है। उसी तरह से ब्रेस्ट से भी ब्लड आने लगता है और यह समस्या ज्यादा बढ़ने लगती है।

  इलाज ( treatment ) -




                        जब आपको दिखे की ब्रेस्ट के भाग - 1 में  हल्का हल्का crack दिखाई पड़ रहा है और आप बच्चे को  breastfeeding करा रही है तो इसे हल्के में ना लें। जब bacha breastfeeding करेगा तो उसके मुंह में आपके ब्रेस्ट यानी निप्पल के टुकड़े बच्चे के पेट में चले जाएंगे जिससे बच्चे को कोई इंफेक्शन भी हो सकता है। बच्चों को breast feeding कराने से पहले लगभग आधा घंटा पहले भाग-1और भाग -2  पर अच्छे से mustard oil या  coconut oil दोनों में से कोई एक अपने ब्रेस्ट पर लगाएं और ब्रेस्ट फीडिंग कराने से पहले अच्छे से गीले कपड़े से पोंछ लेना चाहिए इससे आपकी मृत त्वचा हट जाएगी और बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराते समय ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
                    अगर ब्रेस्ट की स्किन ज्यादा फट गई है तो इसके लिए अरबी गोंद 10 ग्राम और लाल फिटकरी 50 ग्राम लेकर खूब बारीक पीस लें और पानी के साथ इसका पेस्ट तैयार कर ले पेस्ट ना ज्यादा गाढ़ा हो ना ज्यादा पतला। अब बेस्ट को हल्का गुनगुना करके भाग-1 और भाग 2 पर लगाने से breast ki skin ठीक हो जाती है।


सावधानी - 

                     याद रहे जब बच्चे को breastfeeding करानी हो तब ब्रेस्ट को साफ कपड़े से अच्छे से साफ कर लें। नहीं तो बच्चे को इन सब चीजों से नुकसान भी हो सकता है।

                     कभी-कभी बच्चे को breastfeeding कराने के बाद यानी बच्चे का अच्छे से पेट भर जाने पर भी ब्रेस्ट में milk रह जाता है। उसको ब्रेस्ट के अंदर ना रहने दें। इससे कई समस्याएं जन्म लेती हैं जैसे -ब्रेस्ट में गांठ हो जाना इसके लिए ब्रेस्ट से सारा मिल्क बाहर निकाल कर किसी प्लांट में डाल सकतीं हैं। इस बात को हर कोई डॉक्टर नहीं बताता और ना ही ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली मां को पता होता है।

बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय ब्रेस्ट को साफ कर लेना ही बच्चे के स्वास्थ्य के लिए पहला उपाय है।
   
  





























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