फालसा क्या है ?
फालसा एक बहुत छोटा फल होता है, जो गर्मियों के मौसम में आता है, ये अनगिनत बीमारियों को दूर रखता है, जैसे शारीरिक कमजोरी दूर करता है, मूत्र रोग, जलन, रक्त संबंधी रोग, बुखार जैसी कई बीमारियों को दूर करता है। इसका सेवन करने से गर्मियों में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
इसका इस्तेमाल फल के रूप में तो किया ही जाता है, लेकिन औषधि के रूप में उससे भी ज्यादा इस्तेमाल होता है। इस की दो तरह की प्रजाति होती हैं
1- फालसा
2- भीमल
चलिए जानते हैं फालसा और भीमल में क्या फर्क है?
फालसा -
इसका वृक्ष छोटा मुलायम और पीले रंग का झाड़ी और पेड़ के समान दिखता है। इसके तने की छाल खुरदरी हल्के भूरे रंग की सफेद जैसी होती है। इसके फल गोल बड़े मटर या जंगली झरबेरी रंग के होते हैं ।जब यह कच्चा होता है, तब हरे रंग के तथा पक्के अवस्था में बैगनी रंग के अथवा लाल रंग के दिखाई देते हैं ।इनका स्वाद खट्टा मीठा होता है।
भीमल -
इसका वृक्ष फैले हुए आकार में 9 से 12 मीटर की ऊंचाई में पाए जाते हैं। इन पर पीले रंग के फूल देखने को मिलते हैं। जब यह कच्चा होता है तब इसके फल का रंग हरे रंग का और सूखने के बाद काले रंग का हो जाता है ।
फालसा के फायदे -
फालसा फल में - एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में होता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए , विटामिन सी जैसे कई तत्व पाए जाते हैं ।जो हमारे शरीर की बहुत सी बीमारियों को दूर करते हैं।
यह कौन-कौन सी बीमारियों में काम आता है चलिए जानते हैं ? फालसा शरीर में टॉनिक का काम करता है और लू से होने वाली समस्या को भी दूर करता है। शरीर को अंदर से ठंडा रखता है। इसमें फास्फोरस होने से सूजन को भी कम करता है। इसके अलावा हृदय रोग, बुखार आना, सांस की बीमारी या अस्थमा सर्दी जुकाम खांसी और गले में खराश होने वाली समस्याओं को दूर करता है। साथ ही फेस का ग्लो भी बढ़ाता है। पेशाब की जलन को कम करता है। मस्तिष्क की गर्मी और खुश्की को दूर करता है एवं लीवर को मजबूती प्रदान करता है। यह दूषित मल को बाहर निकालता है।
पेट दर्द से छुटकारा -
खानपान के असंतुलित होने पर अक्सर लोगों को पेट दर्द की समस्या रहती है। फालसे में फाइबर होने के कारण यह पेट दर्द से जल्दी राहत देता है। एक से दो छोटी चम्मच फालसे का रस पीनेे से पेट के दर्द में आराम मिलता है। 20 से 25 मिली फालसे के रस के साथ चुटकी भर अजवाइन गुनगुना करके पीने से पेट के दर्द में आराम मिलता है।
शरीर की गांठ -
अगर शरीर में गांठ पड़ने लगती हैं तो उसके लिए फालसे की पत्तियों को लेकर उसका पेस्ट बना लें, उसके बाद जिस जगह पर गांठ है, उस पर लेप लगाने से लाभ मिलता है।
घाव में करें फायदा -
अगर काफी टाइम से घाव से परेशान हैं तो फालसे की पत्तियों को पीसकर लेप लगाने से या बांधने से घाव और एग्जिमा को ठीक करने में मदद मिलती है। कुछ मिनटों में फालसे के पत्तों का असर देखने को मिल जाता है यानी यह बहुत जल्दी अपना असर दिखाना शुरू कर देती हैं।
पीरियड के दौरान होने वाली परेशानी -
अगर पीरियड के समय पर ज्यादा ब्लीडिंग होती है तो या लंबे समय से रक्त स्राव हो रहा हो तो फालसे की जड़ की छाल पीसकर पीने से रक्त स्राव में लाभ मिलता है।
मूत्र संबंधी होने वाली समस्या -
मूत्र संबंधी समस्याएं कई सारी होती हैं - जैसे पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस होना। इससे यूरीनरी tract infection कहते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए 25 gram phalsa, आधा चम्मच आंवला पाउडर, 10 से 12 काले अंगूर, दो से तीन खजूर सभी सामग्री को रात में दो गिलास पानी में भिगोकर रख दें सुबह उठकर छानकर आधा-आधा कर ले। आधा सुबह पिए और आधा शाम को कुछ दिनों तक ऐसा करने से मूत्र संबंधी समस्या खत्म हो जाती है।
हीमोग्लोबिन बढ़ाता है -
अगर किसी को हीमोग्लोबिन यानी खून की कमी है तो फालसा खाने से हीमोग्लोबिन अच्छे से अपने लेवल पर आ जाता है।
सांस संबंधी समस्या -
फालसे का रस पीने से सांस संबंधित समस्या तो दूर होती ही है साथ में सर्दी जुकाम जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। फालसे के रस में अगर अदरक, नींबू , सेंधा नमक का रस मिलाकर पीने से स्वाद और सेहत दोनों ही बनती हैं। लेकिन याद रहे इस जूस को पीने के लिए थोड़ा सा गुनगुना कर लेना चाहिए नहीं तो लाभ की जगह हानि भी हो सकती है क्योंकि फालसा और नींबू दोनों ही ठंडी तासीर के होते हैं इसलिए इनको गुनगुना करके लेने से कोई नुकसान नहीं होता।
स्वस्थ हृदय के लिए -
अपने हृदय को स्वस्थ रखने के लिए, फालसे का रस 3 से 5 छोटी 🥄 चम्मच और 5 छोटी चम्मच पानी मैं सौंठ और शक्कर मिलाकर पीने से ह्रदय स्वस्थ रहता है।
फालसा खाने के नुकसान -
फालसे के ज्यादा सेवन करने से एसिडिटी और पेट फूलने वाली समस्या हो सकती है इसलिए ज्यादा फालसे का सेवन ना करें या किसी को फालसे से एलर्जी है तो वह फालसे का सेवन बिल्कुल ना करें।
0 Comments